0 of 50 Questions completed
Questions:
You have already completed the quiz before. Hence you can not start it again.
Quiz is loading…
You must sign in or sign up to start the quiz.
You must first complete the following:
0 of 50 Questions answered correctly
Your time:
Time has elapsed
You have reached 0 of 0 point(s), (0)
Earned Point(s): 0 of 0, (0)
0 Essay(s) Pending (Possible Point(s): 0)
Average score | |
Your score |
Pos. | Name | Entered on | Points | Result |
---|---|---|---|---|
Table is loading | ||||
No data available | ||||
आचार्य डल्हण के अनुसार क्षार में कौनसा रस प्रधान माना गया है ?
According to Āchārya Dalhana, which rasa is pradhāna in Kshāra
मांसपेशियों पर कौनसे अभ्यास कर्म का प्रयोग किया जाना चाहिए ?
Which karma should be practiced on muscles
शरपुंखमुखी शलाका का कर्म है
Karma of Sharapumkha Mukhi Shalākā is
किस नेत्रगत रोग को छोड़कर सभी नेत्र रोगो में क्षार का प्रयोग निषिध्द है ?
Except which netra roga, Kshāra karma is contraindicated for all netra roga
वस्त्र अथवा मृत्तिका से बनाये हुए पुतलों के अंग-प्रत्यङ्गो पर कौनसा अभ्यास कर्म प्रयुक्त किया जाना चाहिए ?
Which karma should be practiced on amga pratyamga of a statue made of vastra(cloth) and mritikā(clay)
मूत्रमार्गशोधनी शलाका का मुख किस के समान होता है
Mukha of mūtramārgashodhanī shalākā is like
” ………. क्षारं प्रतिसारयेत् |”
“……………… Kshāram pratisārayeta”
मधुच्छिष्ट ( मोम ) से लिपटे हुए सेमल के फलक पर किस कर्म का अभ्यास किया जाना चाहिए ?
Which karma should be practiced on Shālmalī phalaka covered with wax(madhuchchista)
सुश्रुतानुसार दोषोपचयोप्रकोपप्रशमन में सम्मिलित ऋतु नहीं है –
Which ritu is not involved in DoshopachayoPrakopaPrashamana by Sushruta
क्षार की श्रेष्ठता का कारण है –
The reason for the superiority of the Kshāra is
सरोम चर्म पर किस कर्म की योग्या की जाती है
What should be practiced on Saroma charma
अभुक्तवत शस्त्र कर्म किया जाता है
Abhuktavata shastrakarma is done in
क्षार निर्माणार्थ ग्राह्य वृक्ष की आयु कैसी होनी चाहिए ?
How old the tree should be used in the preparation of Kshāra
निम्न में से अनुशस्त्र है
Of the following , anushastra is –
शल्यतंत्र के मूल प्रवर्तक है –
Root promoters of Shalya tantra are
क्षारपतन के पश्चात् कितनी देर तक निरिक्षण करना चाहिए ?
After Kshāra patana, how long it should be under inspection?
आटिमुख शस्त्र का प्रमाण सुश्रुत के अनुसार
According to Sushruta, pramāna of Ātimukha shastra is –
शालाक्य तन्त्र का वर्णन सुश्रुत उत्तरतंत्र मे कितने अध्यायों के अन्तर्गत किया गया है ?
In Sushrut uttartantra, shalakya tantra has been mentioned under how many adhayas ?
निम्न में से क्षार का गुण नही है
Which of the following is not a property of Kshāra
भेदन कर्म हेतु शस्त्र धार का प्रमाण होना चाहिए
Pramāna of shastra dhāra for bhedana karma should be –
शिष्य के वस्त्र कैसे होने चाहिए ?
How should be the clothes of a student
क्षारकर्म का निषेध है
Contraindication of Kshāra is
शर,शल्य,अस्थि प्रदेश के छेदनार्थ प्रयुक्त पायना है
Pāyanā used for chedana purpose of shara , shalya , asthi region ?
“कृमिकीटपिपीलिकाप्रभृतय: ………… |”
Krimikītapipīlikāprabhrutya……….
अग्नि कर्म के अयोग्य है
Contraindication of agni karma
सुश्रुतानुसार क्षार के कितने गुण हैं
Qualities of Kshāra according to Sushruta are
“अप्यनेकप्रकाराणि अनेकप्रयोजनानि एकतोमुखानि, उभयतोमुखानि च” किस यंत्र के सन्दर्भ में कहा गया हैं ?
“Apyanekaprakārāni anekaprayojanāni ekatomukhāni, ubhyatomukhāni cha” has been said in the context of which yantra
“अपुष्पा: फलवन्तो ……… |”
Apushpāh Phalawanto………….
शीत,वर्षा,अनिल दग्ध की चिकित्सा है
Treatment of shīta, varshā, anila dagdha is
क्षार के सन्दर्भ में सत्य है –
What is true in the context of Kshāra
दर्व्याकृतिखल्लमुखी यंत्र का प्रयोग किस कार्य हेतु किया जाता है ?
Darvyākritikhallamukhī yantra is used for
सुश्रुत ने आयुर्वेद के आठ अंगों में से शालाक्य को किस स्थान में रखा है
Shālākya is placed at what number among the ashtamga of Āyurveda by Sushruta
कपोतवर्णता किस दग्ध का लक्षण है
Kapotavarnatā is the symptom of which dagdha
विषाग्निशस्त्रशनिमृत्युकल्प’ का वर्णन किसके सन्दर्भ मे आया है
“VishĀgniShastraShaniMrityuKalpa” this description has come in context of
जामुन के फल के समान मुख वाली शलाकाओं की संख्या कितनी है
How many are the shalākā with jambu phala mukha
त्वक दहन के लिए प्रयोज्य पदार्थ है
What should be used for tvaka dahana
पाक्य क्या है
What is Pākya
अस्थिगत शल्य को निकालने के लिए विशेष रूप से किस यन्त्र का प्रयोग किया जाता है
Which yantra is used to extract asthigata shalya
सुश्रुतानुसार मुखरोग में ……. अग्नि कर्म करना चाहिए
According to Sushruta, In Mukharoga………………agnikarma should be done
सुश्रुतानुसार सम्यक क्षार दग्ध का लक्षण है
Samyaka Kshāra dagdha lakshana according to Sushruta
सुश्रुतानुसार बडिशमुखी शलाका का प्रयोग किस कर्म में किया जाता है
Karma of badishamukhi shalākā according to Sushruta
सुश्रुतानुसार अश्मरी,अर्श,भगन्दर,मुखरोग में अग्निकर्म करते हैं
Agni karma in arsha,ashmari, bhagandara and mukharoga should be done according to Sushruta
चक्षुरिन्द्रिय द्वारा किसकी परीक्षा करते है ?
What should be examined by Chakshurindriya
प्रशस्त यन्त्र का प्रमाण कितना होना चाहिए
What should be the measurement of prashasta yantra
“स्रावसन्निरोध” किस दग्ध का लक्षण है ?
“Strāvasannirodha” is the symptom of which dagdha ?
“षडविधो हि रोगाणां विज्ञानोपाय:” किस अध्याय का सन्दर्भ है
“Shadvidho hi roganam vigyanopaya” is the reference of which chapter
आचार्य सुश्रुतानुसार उपयंत्र कितने है
Number of Upayantra according to Sushruta
सुश्रुत के अनुसार सिरास्नायुदग्ध में किस तरह की व्रणता होती है
According to Sushruta what type of wound is found in sirasnāyudagdha
सुश्रुत के अनुसार रोग परीक्षा के प्रकार?
Types of Roga Parīkshā according to Sushruta ?
आकृति भेद से यन्त्र कितने प्रकार के होते हैं (सुश्रुत)
Types of yantra according to their shape are