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क्षारपातन से १०० तक की गिनती करने के बाद भी एरंडनाल न जले, तो वह कौनसा क्षार होता है ?
If Eranda nāla does not burn after 100 count while performing kshāra Pātana, then what type of Kshāra is it
अग्निकर्म क्षारकर्म की अपेक्षा श्रेष्ठ है , क्योकि ………
Agnikarma is better than kshārakarma because
अग्नि कर्म से पूर्व कौन सा अन्न सेवन का विधान है
What food should be taken by patient before agni karma
क्षार निर्माण में भस्म और पानी का अनुपात होना चाहिए
Ratio of bhasma and water in the formation of Kshāra should be
धूमोपहत की चिकित्सार्थ प्रयुक्त कवल में कौनसे रस प्रधान द्रव्यों के स्वरस या क्वाथ का प्रयोग निर्दिष्ट है ?
Which rasa pradhāna svarasa or kvātha for Kavala are used in chikitsā of Dhumopahata
उष्ण वात व आतप से दग्ध होने पर चिकित्सा है
What treatment is done for dagdha due to ushna vāta and ātapa
दाह,पाक क्षार दग्ध का कौन सा लक्षण है
Dāha and pāka are the symptoms of which Kshāra dagdha
धूमोपहत की चिकित्सार्थ प्रयुक्त वमन कर्म में कौनसे रसात्मक द्रव्यों का सेवन निर्दिष्ट है ?
Which rasa dravya are advised for the treatment by Vamana for Dhūmopahata
शहद ,गुड़ से दहन योग्य स्थान है
Dahana of which of the following is done with honey and jaggery
व्याधि के दूर हो जाने पर उस स्थान का …..वर्ण होना क्षार दग्ध का लक्षण है
When the disease vanishes, appearance of ………. colour is the symptom of kshar dagdha
“रूक्षारूणकर्कशस्थिरता” निम्न में से किसका लक्षण है ?
“RukshĀrunaKarkashasthiratā” is the symptom iof
जाम्बवौष्ठ का प्रयोग किस स्थान के दहन के लिए किया जाता है
Jāmbavaoshtha is used for dahana of which sthāna
कटशर्करा आदि द्रव्यों का प्रयोग किस प्रकार के क्षार निर्माण में किया जाता है
Katasharkarā ādi dravya are used in preparation of which type of Kshāra
सुश्रुतानुसार मांस दहन किससे किया जाता है –
According to Sushruta, Māmsa Dahana is done by
वस्त्र से ढककर रोमकूप में दाह किस व्याधि में करना चाहिए
Dāha in romakūpa by covering it with cloth is done in which disease
किस व्याधि में पानीय क्षार का प्रयोग नही करना चाहिए।
In which disease Pānīya Kshāra should not be used
निम्न में कौन दहन कर्म नहीं है।
Which of the following is not dahana karma
तीव्र स्फोट की उत्तपति किस दग्ध का लक्षण है
Tivra sphota utapatti is symptom of which dagdha
क्षार द्वारा हीनदग्ध का लक्षण है
Symptom of hīna dagdha of Kshāra is
इंद्रवज्रादिदग्ध में कौन सी चिकित्सा करनी चाहिए
What treatment should be done in Indravajrādidagdha
मांसवलम्बनम् गात्रविश्लेष: किसका लक्षण है
Māmsavalambanam gātravishleshah is symptom of
तीन प्रकार की रोहिणी में प्रयुक्त क्षार है
Kshāra to be used in three types of Rohinī are
यदि दग्ध स्थान में निरन्तर दाह होता हो तो किसके समान चिकित्सा करनी चाहिए
If there is continuous burning in dagdha sthāna then treatment should be done like
त्वक् विवर्णता लक्षण किस दग्ध का है
Tvaka Vivarnatā is the symptom of which dagdha
प्रतिसारणीय क्षार कितने प्रकार का होता है
Types of pratisārnīya Kshāra are
“अल्पश्वयथुवेदनाशुष्कसङ्कुचितव्रणता” किस दग्ध का लक्षण है
“AlpaShvayathuVedanāShushkaSamkuchitaVranatā” is symptom of which dagdha
कृष्ण उन्नत व्रण किस स्थानगत दग्ध की पहचान है ?
Krushna unnata vrana is the identification of which sthānagata vrana ?
चक्षुरिन्द्रिय द्वारा किसकी परीक्षा करते है ?
What should be examined by Chakshurindriya
पानीय क्षार का प्रयोग करना चाहिए
Pānīya Kshāra should be used for
स्नेह द्वारा अग्निकर्म योग्य स्थान हैं
Agni karma yogya sthāna by Sneha
“व्रणं गुडूचीपत्रैर्वा छादयेदथवैदकै:” किस दग्ध की चिकित्सा के सन्दर्भ में कहा गया है ?
“Vranam guduchiPatrairavā chādyedathavaidakaih” has been said in context of treatment of which dagdha
अरिष्टलिंग की परीक्षा …….. इन्द्रिय द्वारा करनी चाहिए।
Arishta limga should be examined by…………. indriya
संव्यूहिम क्षार कौन सा है
Which one is Samvyuhīma Kshāra
सुश्रुत अनुसार मांस गत रोगों में दहन किससे किया जाता है
According to Sushruta, dahana in māmsagata roga should be done with
प्रायः एक वर्ष पुराने व्याधि ………. होते है |
One year old disease is………
दंती, द्रवन्ति, आदि के प्रतीवाप से निर्मित क्षार है
Kshāra formed from pratīvāpa of dantī and dravanti is –
“शब्दप्रादुर्भाव” किस दग्ध का लक्षण है
“Shabdprādurbhāva” is symptom of which dagdha
विशिखानुप्रवेशनीय में “विशिखा” शब्द का क्या अभिप्राय है ?
What does word “Vishikhā” mean from Vishikhānupraveshanīya
विष,कृमि व अर्श में प्रयुक्त क्षार है
Kshāra used in visha, krimi and arsha is
सिरा,सन्धि के दहन के लिए प्रयुक्त पदार्थ है
What among the following is used for sira sandhi dahana
सुश्रुत के अनुसार रोग ज्ञान के उपाय कितने हैं
Types of rog gyana upaya according to Sushruta –
क्षार अवचारण से पूर्व वात दूषित स्थान पर कौन सा कर्म किया जाना चाहिए
Before Kshāra avachārana, which karma should be done at vāta dushita sthāna
स्फोट,तोद,तीव्र दाह किसका लक्षण है
Sphota, toda and tivra dāha are that symptoms of
षड्विधो हि रोगाणां विज्ञानोपाय:’ सन्दर्भ है
Shadvidho hi roganam vigyanopaya
तोद,कण्डु,जाडय लक्षण है
Toda, kandu, jādya are the symptoms of
अतिदग्ध की आद्य चिकित्सा है
First treatment for atidagdha
किस नेत्रगत रोग को छोड़कर सभी नेत्र रोगो में क्षार का प्रयोग निषिध्द है ?
Except which netra roga, Kshāra karma is contraindicated for all netra roga
सुश्रुत अनुसार मुखरोग मे कौनसे क्षार का प्रयोग करना चाहिए
According to Sushruta, which kshāra should be used in mukharoga ?
दुर्दग्ध मे किस प्रकार का उपचार करना चाहिए
What type of treatment should be done in durdagdha