0 of 47 Questions completed
Questions:
You have already completed the quiz before. Hence you can not start it again.
Quiz is loading…
You must sign in or sign up to start the quiz.
You must first complete the following:
0 of 47 Questions answered correctly
Your time:
Time has elapsed
You have reached 0 of 0 point(s), (0)
Earned Point(s): 0 of 0, (0)
0 Essay(s) Pending (Possible Point(s): 0)
Average score | |
Your score |
Pos. | Name | Entered on | Points | Result |
---|---|---|---|---|
Table is loading | ||||
No data available | ||||
पंच प्रासृतिक वस्ति होती है
Pancha prāsritika basti is –
स्त्रियों मे उत्तर बस्ति किस तरह शयन करवाकर देनी चाहिए ?
In females Uttara basti is given by laying down in which direction
चरक के अनुसार पुरुष में पुष्प नेत्र की लम्बाई होनी चाहिए
Length of pushpa netra for a male according to Charaka
अतिसार के नौ उपद्रवों में समाविष्ट है (चरक)
Included in the nine complications of atisāra is – ( Charaka )
मूत्र और मल मार्ग की रुकावट होना निम्न मे से किस व्याधि का लक्षण है ?
Obstruction in Mūtra and mala mārga is the lakshana of
चरकानुसार निम्न में से किस वस्तिरोग को “घोरं शस्त्रविषोपमम्” कहा गया है
“Ghoram shastravishopamam” has been said for which vasti roga by charaka
पंचप्रासृतिक वस्ति में मधु:घृत:तैल का अनुपात क्या है
What is the ratio of madhu, ghrita and taila in panchprāsritika vasti
निम्न मे से कौन सा लक्षण मूत्र जठर व्याधि मे नही मिलता ?
Which of the following symptoms is not seen in Mūtra jathara disease
आचार्य चरक के अनुसार स्त्री के मूत्रमार्ग में प्रवेशार्थ बस्ति नेत्र की लम्बाई कितनी होनी चाहिए ?
According to Charaka, how much should be the length of basti netra use of insert in the urinary tract of female ?
कृमिनाशन वस्ति है
Krimināshana basti is
मूत्रौकसाद मे किस वर्ण के मूत्र का त्याग होता है ?
In mūtraukasāda , urine of which colour expels out ?
चरकानुसार सूर्यावर्त में दोष प्राधान्य है
Dosha pradhānya in suryāvarya according to Charaka
रक्त बस्ति का प्रयोग किस अतिसार् में बताया गया है
Rakta basti is used in treatment of which Atisāra
चरक सिद्धिस्थान 9 मे कितनी प्रकार के वस्ति रोग कहे गए है ?
How many types of basti roga are mentioned in Charaka Siddhi sthāna 9 ?
तन्द्रा की चिकित्सा है
Treatment of tandra is
प्रतिमर्श नस्य किस प्रकार का कार्य करता है ?
Pratimarsha nasya does which type of function ?
“हृदि मुक्त नरः स्वास्थ्यं याति मोहं वृते पुनः ” – यह किस व्याधि के विषय मे कहा गया है ?
“hrudi mukta narah swāsthyam yāti moham vrite punah” is said in relation to which disease ?
“पूरत्ययुदरं मूत्रं तदा निमित्तरुक”किस बस्ति रोग का लषन है
“Puratyayudaram mūtram tadā nimitta ruka” is symptom of which mūtra roga
रक्तपित्त मे किस नस्य का प्रयोग किया जाता है ?
Which nasya is used in raktapitta ?
अपतन्त्रक व्याधि मे कुपित वायु किन स्थानों में जाकर पीड़ा उत्पन्न करती है ?
In apatantraka disease , dominant vāyu causes pain in which region ?
छोटी बालिकाओं के मूत्रमार्ग में कितना बस्ति नेत्र प्रविष्ट करना चाहिए। (चरक)
What length of Basti Netra should be inserted in mutramārga of younger women
शिरकम्प और अर्दित रोगोंं मे किस नस्य का प्रयोग किया जाता है ?
Which nasya is used in disease such as shirah kampa and ardita ?
मनुष्य के प्राण किस मे आश्रित रहते है ?
Where does prāna of a person resides ?
उत्तरवस्ति देने का सुयोग्य काल क्या है
When should Uttāna Vasti be given
” देहस्त्रोतोविशोधनम् ” – निम्न में से किसका गुण है ?
“Dehastrotovishodhanam” is the quality of which of the following ?
” चक्षुर्विभ्रममोहोद्वेष्टन ” – निम्न मे से किस स्थान के आघात के लक्षण है ?
“Chakshurvibhramamohodveshtana” is the symptom caused due to trauma on which region ?
चरकानुसार मर्मत्रय है
Marmatraya according to charaka are
” द्वारं हि शिरसो नासा ” – इस श्लोक का रेफेरेंस बताये ?
” dwāram hi shiraso nāsā ” reference of this shloka is –
अपस्मार , उन्माद , संज्ञा नाश – निम्न मे से किस स्थान के आघात के लक्षण है ?
Apasmāra , unmāda and sangnā nāsha are symptoms caused due to trauma of which region ?
“कपोत इव कूजेच्च” किस व्याधि का लक्षण है
“Kapota iva kūjechcha” is symptom of which disease
” तीव्रांं कुर्वन्ति सा चाक्षिभ्रूशंखेष्ववतिष्ठते ” – यह किस व्याधि का लक्षण है ?
” Tīvrām kurvanti sā chākshibhranshakheshvavatishthate ” is the symptom of which disease ?
निम्न मे से क्या हृदय मे वर्तमान रहता है ?
Which of the following is found in Hridaya
” माधुतैलिक बस्ति ” का प्रयोग निम्न में से किस निरुहवस्ति से उत्पन्न व्यापत्ति मे वर्णित है ?
Use of “Mādhutailika basti” is done in which nirūha basti vyapatti ?
अनन्तवात मे किस स्थान पर तीव्र वेदना होती है ?
In Anantavāta , there is severe pain in which region ?
तीक्ष्ण प्र्धमन नस्य किसकी चिकित्सा है (चरक)
Tīkshana Pradhamana Nasya is the treatment for
” यद्वत् कुसुम्भसंमिश्रात्तोयाद्रागं हरेत् पटः “- यह उपमा निम्न में से किस सन्दर्भ मे आयी है ?
“Yadvat kusumbhasammishrāttoyādrāgam haret patah” is the comparison made in relation to which of the following ?
चरकानुसार सूर्यावर्त रोग मे कब घृतपान करने को कहा गया है ?
According to Charaka , when should ghrutapāna be done in sūryāvarta ?
विसर्प नाशक चिकित्सा किस व्याधि में कही गयी है
Visarpa nāshaka chikitsā is said in which disease
आपादतलमूर्धस्थान् दोषान् पक्वाशये स्थितः। वीर्येण ……. खस्योअ्र्को भूरसानिव ” – यह निम्न में से किसके विषय में आया है ?
“Āpādatalamūrdhasthān doshān pakvāshaye sthitah , vīryena …….. khayi arko bhūrasāniva” is said in context to which of the following ?
सूर्यावर्त रोग मे शिर की पीड़ा कब बढ़ती है ?
When the discomfort in sūryāvarta roga is increased
उत्तर वस्ति में द्रव्य प्रमाण है (चरक)
Pramāna of dravya in uttara vasti
सुपारी कल्क को एक अक्ष की मात्रा में कांजी में घोलकर रोगी को पिलाना किस वस्ति व्यापद की चिकित्सा है
1 aksha supāri kalka when mixed with kāmjī and given to patient treats which vasti Vyāpada
शस्त्र से काटने समान या अरणी मन्थन के समान तीव्र वेदना किस व्याधि मे उत्पन्न होती है ?
In which disease, heavy pain is like cutting with Shastra and Aranī manthana
चरक अनुसार रक्तग्रंथि का स्थान क्या है ?
Where is rakta Granthi located according to Charaka
बृहत् पञ्चमूल के कवाथ का प्रयोग नव प्रासृतिक बस्ति निर्माण मे किस प्रमाण मे किया जाता है?
Brihat panchamūla kwātha is used in which quantity for the formation of nava prāsritikā basti ?
शंखक रोग के विषय मे कौन सा कथन असत्य है ?
Which of the following statement is wrong with respect to Shankhaka
अवपीड़न नस्य के भेद है –
Types of avapīdana nasya