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शरीर का प्रमाण कितने तरह का होता है ?
Pramāna of Sharīra is of how many times
प्रेत जिव्हा होती है –
Preta jihwāh is
” हस्तपादं मुखं चोभे विशेषाद्यस्य शुष्यतः ” – कितने समय का अरिष्ट लक्षण है ?
“Hastapādam Mukham Chobhe Visheshādhyasya shusyatah” is the arishta of how much tjme
संस्थान / आकृति कितने प्रकार की होती है ?
Samsthāna/ Ākriti are of how many types
मृत्यु के समय कौनसे अवयव अतिशीत और कठिन अथवा मृदु हो जाते है ?
At the time of death which part of the body become extreme cold and hard or soft
आचार्य चरक के अनुसार ” विकृत्या विनिमित्तं यः शोभामुपचयं ” – कितने काल के अरिष्ट के लक्षण है ?
Acc. to Acharya charak “Vikrutyā Vinimttam yah Shobhamupachayam” is the Arishta of how much time ?
मांसक्षीण, कृश, भोजन नहीं कर पाने वाला व्यक्ति कितने दिन का अरिष्ट है ?
The who is māmsa khsīna, krusha and unable to feed is the Arishta of how many days
शिरोगत प्रतिच्छाया विषयक अरिष्ट में प्रतिच्छाया होती है –
How does shadow looks in Shirogata Pratichchāyā vishayaka arishta
अरुंधति तारे के न दिखाई देने पर मनुष्य की मृत्यु कितने समय में होती है
If a person cannot see Arundhati star then the days left for him to die are
जो मनुष्य निद्रा से जागने के बाद बार बार मूर्छित होता है तो उसकी कितने दिन में मृत्यु होती है ?
The person who repeatedly becomes unconscious after waking up from the sleep is about to die in
केशलुंचन पर वेदना न होना कितने दिन का अरिष्ट है
Loss of sensation of pain on keshalunchana is the arishta of how many days ?
वैद्य को रोगी का समाचार देने जाते समय दूत का रास्ता किस जीव द्वारा काटा जाना रोगी की मृत्यु निश्चित है – यह चिन्हित करता है ?
while a messenger is going to a doctor to inform about the patient and his way is crossed by which animal shows the sign of certain death of the patient.
निम्न में प्रभा का भेद नहीं है
Of the following, not a type of Prabhā is –
” शरीरान्ताश्र्च शोभन्ते शरीरं चोपशुष्यति। बलं च हीयते…। “यह लक्षण किस व्याधि के अरिष्ट लक्षण है ?
“Shārīrāntascha shobhante Shārīram chopshushyati| Balam cha hīyate……| Is the lakshana of which disease Arishta
स्नान पश्चात किस स्थान से चन्दन के लेप का पहले सुखना 15 दिन का अरिष्ट है ?
After bathing, on putting the paste of Chandana the drying of which place first is the indicative of 15 days Arishta
श्लक्षण छाया कौन सी है
Which is the shlakshana chāyā ?
“हरिताश्र्च सिरा यस्य लोमकूपाश्र्च संवृताः। सोअ्म्लाभिलाषी पुरुषः…”इन लक्षणों से युक्त पुरुष की मृत्यु किस रोग से होती है ?
“Haritāshcha sirā yasya lomakūpāshcha samvritā. So amlābhilāshī purushah” a person suffering from these symptoms die due to which disease
प्रशस्त दूत का लक्षण है
Symptom of ideal dūta is –
नेत्र विषयक कौन सा लक्षण अरिष्ट के अंतर्गत आता है?
Which of the e comes under the Arishta with respect to Netra (eyes)
दर्शनप्रिया छाया है
Darshanapriyā Chāyā is –
किस वर्ण की शिराओ की शरीर मे उत्पति पित्तज रोग से होने वाली मृत्यु का सूचक है?
Which Varna sirās in the body are the Indicative of death due to pittaja roga
” निचितं यस्य मांसं स्यात्तवगस्थिष्वेव दृष्यते ” – कितनी समय अवधि मे मारक अरिष्ट का लक्षण है?
“Nichtam Yasya māmsam syāttavagasthishveva Drushyate” it the deadly Arishta of how much time
“हतप्रभा” किस छाया का लक्षण है ?
“Hataprabhā” is the symptom of which chāyā ?
निम्न में से किन व्याधियों में मांस बल क्षय होने पर रुग्ण अचिकित्स्य है ?
In which of the following disease the patient is incurable when there is loss in māmsa and bala
रोगी के किन अंगों के अपने स्थान से विच्युत हो जाने पर उसे मृत समान समझना चाहिए ?
Dislocation of which part of the body of the patient is treat as dead
शुद्ध वैदूर्य मणि के समान आभा वाली छाया है
Chāyā with the luster of shuddha vaidūrya mani is –
निम्न में से कौनसे लक्षण दिखाई देने पर रुग्ण की ४५ दिनों में मृत्यु हो जाती है ?
Which of the following symptom when seen in a person is the indicator of his death within 45 days
किस पुरुष की छाया और प्रभा नही होती ?
Which purusha does not have chāyā and prabhā
ज्वर पीड़ित के किस समय अति स्वेद निकलना अरिष्ट लक्षण है?
Excessive sweating in a patient of fever at what time is considered Arishta
_________च मधुमेही त राजयक्ष्मी च यो नर :। अचिकित्स्याभवन्त्येते बलमांस परिक्षयात्।।
” ………. cha madhumehī ta rājayakshmī cha yo narah , achikitsyābhavantyete balamāmsa parikshayāt “
श्याम और श्वेत वर्ण – किस छाया के भेद के लक्षण है?
Shyāma and shveta varna are signs of which chāyā
दन्त विषयक अरिष्ट मे उत्पन्न लक्षण है –
Which type of smell comes in danta Arishta from danta
बलमांसक्षयस्तीव्रो रोगवृद्धिररोचक:” कितने समय का अरिष्ट है ?
“Balamāmsakshayastīvro rogavruddhirarochakah” is the arishta of how much duration ?
आचार्य चरक के अनुसार ” निर्मला नीला सस्नेहा सप्रभेव च ” – किस के विषय मे आया है?
Acc. to Acharya charak “Nirmalā nīlā Sasnehā saprabheva cha” came in which context ?
मुख , कान और ओष्ठ का कौन सा वर्ण अरिष्ट रूप है?
Which colour of mouth, ear and lips are the Arishta
यस्यश्यावनिमित्तीय’ चरक इन्द्रिय स्थान का कौनसा अध्याय है
“Yasyashyāvanimittīya” this is which chapter of charaka indriya sthāna
निम्न मे से क्या संस्थान के भेद है?
Which of the following are the types of Samsthāna
स्वस्थ पुरुष के शिर मे सीमान्त और आवर्त्त बनके स्पष्ट दिखाई दे तो यह कितने दिन का अरिष्ट है ?
If there is clear formation of sīmanta and āvarta on head of a healthy peron then this is arishta if how many days
चरक ने अष्टमहागद का वर्णन किस स्थान में किया है ?
Charaka has described Ashtamahagada in which Sthana
निम्न मे से कौन से देह के प्रमाण है?
Which of the following is pramāna of deha ?
रोगी के भौहों और शिर मे सीमान्त उत्पन्न होना कितने दिनों का अरिष्ट है?
Evolution of Sīmānta in the eyebrows and and Shira of the patient is the Arishta of
गुदग्रह और तृष्णा के साथ किस प्रदेश में परिकर्तन समान वेदना रोगी की सद्य मृत्यु की सूचक है ?
Vedana as of Parikīrtana in which part of the body alongwith gudagraha and trishna is the indicative of sudden death
किनके प्रकाश मे यदि छाया विकृत अंग वाली दिखाई देने पर रोगी को मुर्दे समान समझना चाहिए ?
In light of which of the following the shadow appearing as deformed organs is indicative of a patient as dead
“जटीभूतानि पक्ष्माणि दृष्टि श्र्चापि निगृह्यते ” – यह किस अरिष्ट के सन्दर्भ मे आया है ?
“Jatībhūtāni pakshamāni drishti shchāpi nigrihyate” this has come in context of which arīshta
प्रबल वायु जिस रोगी के वंक्षण और गुदा को जकड़कर श्वासरोग उत्पन्न कर देती है, तो वह उसे कितने समय में मार डालती है ?
Aggravated vāyu when causes spasm in vamkshana and gudā and causes shvāsa roga kills a patient in how many days
कुमारिका शब्द किसके लिए आया है ?
Kumārikā has been used for
निम्न में से कौनसे लक्षण युक्त रोगी व स्वस्थ व्यक्ति का आयु क्रमशः ३ दिन व ६ रात्रि तक निर्देशित की गयी है ?
Which of the following symptoms of a patient and healthy person dies in 3days and 6 days
तृष्णा रोगी में वाताष्ठीला होने पर ……समय में मृत्यु हो जाती है
Presence of Vatāshthīlā in the patient of trushnā leads to death in the duration of …….