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उर्ध्वगामी रक्तपित्त में किस दोष का संसर्ग होता है
Dosha samsarga in urdhavagāmi Raktapitta
“कषायाभं कृष्णम्” किसका लक्षण है
“Kashāyābham krishnam” is the symptom of
रक्तपित्त में कफानुबन्ध होने पर किसका क्षार प्रयोग प्रशस्त बताया गया है। चरक
Kshāra advised in Raktapitta with kapha anubandhā is
“सक्षौद्रम् ग्रथिते रक्ते लिह्यात् पारावतं शकृत्” किस व्याधि की चिकित्सा है
“Sakshaudram grathite rakte lihyāta pārāvatam shakrita” treatment of which disease
रक्तपित्त के रोगियों के लिए प्रशस्त शाक हैं
Prashasta shāka for Raktapitta patients
फेनयुक्त और तनु रक्त किस रक्तपित्त का लक्षण है
Phenayukta and tanurakta is symptom of which Raktapitta
कौनसा गंडिर रक्तपित्त नाशक होता है
Which gamdīra is Raktapitta nāshaka
उर्ध्व मार्ग से निकलने वाले रक्तपित्त का कारण
Reason for the discharge of Raktapitta from ūrdhava mārga
“धारागृहं भूमिगृहम् सुशीतम् वनं” यह विहार किस व्याधि के लिए निर्दिष्ट किया गया है
“Dhārāgriham bhumigriham sushītam vanam”
चरकानुसार नासागत रक्तपित्त में प्रयुक्त स्वरस है
Svarasa to be used in nāsāgata Raktapitta according to Charaka is